शिव शम्भो औढरदानी, प्रलयंकारी, दिगम्बर भगवान श्री महाकालेश्वर से ह्रदय से प्रार्थना है कि इस महा शिवरात्रि में इस अखिल सृष्टि पर वे प्रसन्न होकर प्राणी मात्र का कल्याण करें -
'कर-चरणकृतं वाक्कायजं कर्मजं वा
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधम,
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व,
जय-जय करुणाब्धे, श्री महादेव शम्भो॥'
प्रभु शिव अपनी कृपा बरसायें और हाथों से, पैरों से, वाणी से, शरीर से, कर्म से, कर्णों से, नेत्रों से अथवा मन से भी हमने जो अपराध किए हों, वे विहित हों अथवा अविहित, उन सबको है करुणासागर महादेव शम्भो! क्षमा कीजिए, एवं आपकी जय हो, जय हो।
महाशिव रात्रि पर प्रभु को खुश करने हेतु व्रत धारण करें और ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय का जप करते हुए प्रभु शिव को जल , दुग्ध , से अभिषेक कर वेलपत्र चढ़ाएं , मंत्र जाप जितना आप से सम्भव हो चाहे 5,7,9,11, 21 या 108 बार , और बम बम बोले जगद्प्रभु महाकाल आप पर अवश्य ही कृपा बरसाना शुरू कर ही देंगे
जय महाकाल
सभी मित्रों को महाशिव रात्रि की बहुत बहुत बधाई और शुभ कामनाएं ।
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर '५
प्रतापगढ़ उ प्रदेश
२७ ०२ २०१४
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं