BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN

Friday, October 3, 2014

कुल्लू दशहरा



बुराई पर अच्छे की जीत हो 
दशहरा  लाये  एक उमंग भरी जिंदगी और नयी उम्मीद..फिर फिर बुराई पर अच्छे की जीत हो 
सदा ही ऐसी एक नई शुरुआत हो नया  सवेरा लाये अच्छों की जीत 

विजयादशमी का शुभ पर्व आपके  और  आपके  परिवार  के  जीवन  में  सुखसमृद्धि  ओर शांति  भर दे प्रभु हमें सदा  सत्य , आदर्श पर चलने की प्रेरणा दें हम अपनी प्यारी भारतीय सुसंस्कृति से ओत प्रोत हो अपने घर से ही सन्मार्ग चुने और समाज तथा देश भक्ति में सदा सदा अपने सत्कर्मों से अपना जी जान लगाएं भारत को विश्व पटल पर एक गौरव भरा स्थान दिलाएं जिससे हम शान से कह सकें हम भारत के लाल हैं 
रावण और राक्षसी शक्तियों  का विनाश हो राम राज्य आये 
मातृ शक्ति अपना अनूठा सम्मान पाये नारियों को पूजा जाए 

सभी प्रिय मित्रों को एक बार फिर दशहरा की हार्दिक  शुभ कामनाएं   , शुभ विजया 

आज कुल्लू दशहरा मेले का आगाज है बस अब थोड़ी ही देर में यहां के राज्यपाल इस मेले का उद्घाटन करेंगे   जिसमे प्रस्थान करना है ये एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का मेला है और प्रभु राम का विशालकाय रथ लोग भक्ति भाव से सुल्तानपुर से कुल्लू फिर अस्थायी  उनके निवास पर ढालपुर मैदान में लोग  खींच कर ले जाते हैं  लगभग ५००० पुरुष और महिलाएं यहां की लोक कला का नृत्य नाटी  प्रस्तुत करेंगे , फिर  दस दिनों तक धूम ही धूम कुल्लू देवनगरी  सजी रहेगी लगभग २५० स्थानीय देवी देवता अपने कारदारों के साथ इस मेले में पर्भु राम से मिलने के लिए आते हैं और मेले के दौरान पूजा अर्चना में चार चाँद लगा देते हैं , 


यह पर्व कुल्लू घाटी के ढालपुर मैदान में सज्जित होता है  यह चन्द्र कला के दसवे दिन से शुरू हो दशहरा यानी दसवें दिन से एक सप्ताह तक रहता है ऐसा कहा जाता है की १७ वीं सदी में यहां के राजा जगत सिंह  ने प्रभु राम की मूर्ती स्थापित की जब उनका राज तिलक हुआ इसके पश्चात प्रभु राम को इस घाटी के राजा के रूप में सम्मान की घोषणा की गयी 



सुरेन्द्र कुमार शुक्ल ' भ्रमर '५
कुल्लू हिमाचल
३.१०. २ ० १ ४





दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं